रिश्ते क्या होते हैं? पारिवारिक रिश्ते कैसे होने चाहिए ?
माता पिता, पति पत्नी ,भाई बहन के रिश्ते को बहुत ही पवित्र माना जाता है तथा इन रिश्तो को मजबूत बनाने के लिए कभी-कभी अपनी इच्छाओं का भी त्याग करना पड़ता है! घर के सबसे बड़े सदस्य जैसे माता पिता को जिस घर में इज्जत दी जाती है उस घर में सुख समृद्धि व आनंद बना रहता है लेकिन मॉडर्न विचारधाराओं की वजह से इंसान की सोच समझ में समय के अनुसार परिवर्तन लाना भी जरूरी है आजकल के समय में व्यक्ति किन्ही कारणों से अपने परिवार के निकट नहीं रह पाता है जिस कारण उन्हें अपने बड़ों की सलाह नहीं मिल पाती है जिस कारण वह खुद को कठिन समय में अकेला पाता है अतः उसे उस व्यक्ति को चाहिए की समय-समय पर अपने माता-पिता अपने गुरु जी की सलाह अवश्य लें तथा पति का पत्नी के प्रति आदर भाव तथा पत्नी का पति के प्रति आदर भाव होना चाहिए जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बना रहता है उसके अलावा जिस घर में किसी भी विषय के ऊपर यह किसी भी विषय में अपने बड़ों की आपसी सहमति के साथ चला जाता है उस घर में सुख समृद्धि और खुशी का माहौल बना रहता है इसमें कुछ चीजों में बदलाव भी किया जा सकता है जैसे कि पूरे परिवार मिलकर एक समय का भोजन साथ में करें जिससे प्रेम संबंध बढ़ता है और भोजन करने के समय में कोई भी हल्की चर्चाएं हो सकती हैं यह किसी भी हल्की बात पर विचार करते हुए खाना खाया जा सकता है टीवी देखते हुए साथ में भोजन करने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो जाती हैं नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए घर परिवार में खुशी का माहौल बनाने के लिए साथ में बैठकर भोजन करना चाहिए तथा भविष्य की अच्छी बातों के विषय में सोचना चाहिए जिससे संबंध अच्छे हो जाते हैं तथा इन सब के साथ आप समय-समय पर अपनी कुंडली के विषय में भी परामर्श लें अगर व्यक्ति का कठिन समय चल रहा है तथा उसके संबंध अपने बड़ों के साथ किसी कारणवश रिश्ते खराब हो रहे हैं तो उस व्यक्ति को चाहिए की किसी योग्य ज्योतिषाचार्य की सलाह लेकर वर्तमान में चल रही कठिनाइयों के चलते सामंजस्य तथा तालमेल बनाए रखें जिससे कि संबंधों में मधुरता बनी रहे!